जीवन ना तो भविष्य में है और नाही अतीत में,जीवन तो केवल कृष्णा के ध्यान में है।जय श्री कृष्णा हे कान्हा
प्रेम ज़िद से नहीं किस्मत से मिलता है,वरना पूरी दुनिया का मालिकअपनी राधा के बिना नहीं रहता। हे कान्हा
राधा की चाहत हैं कृष्ण,उसके दिल की विरासत हैं कृष्ण,चाहे कितना भी रास रचा ले कृष्ण,दुनिया तो फिर भी यही कहती है,राधे कृष्ण राधे कृष्ण। हे कान्हा
पलके झुके और नमन हो जाये मस्तक झुके औरवंदन हो जाये ऐसे नज़र कहा से लाऊ की तुझे यादकरू और तेरे दर्शन हो जाये। हे कान्हा